उत्तर प्रदेश

महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में पठन-पाठन कार्य प्रारम्भ करने के लिए अभी से युद्धस्तर पर प्रयास किए जाएं : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद कुशीनगर में महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण तथा प्रगति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जुलाई, 2026 से प्रारम्भ होने वाले सत्र से महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में पठन-पाठन कार्य प्रारम्भ करने के लिए अभी से युद्धस्तर पर प्रयास किए जाएं। कार्यदायी संस्था द्वारा विश्वविद्यालय भवन निर्माण लक्षित समय-सीमा अक्टूबर, 2026 से पूर्व ही पूरा करने की कोशिश की जाए। साथ ही, निर्माण कार्यों में गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान दिया जाए।

मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय के निरीक्षण के उपरान्त मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि महात्मा बुद्ध के नाम पर कुशीनगर में बन रहा यह कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित होगा। विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है। अब प्रयास इस बात पर होना चाहिए कि अगले सत्र में पठन-पाठन का कार्य प्रारम्भ हो जाए। कार्यदायी संस्था ने अक्टूबर, 2026 तक बिल्डिंग बना कर देने को कहा है। निर्देश दिए गए हैं कि उससे पहले ही बिल्डिंग तैयार कर देने का प्रयास किया जाए, ताकि जुलाई 2026 तक प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण कर माह अगस्त-सितम्बर में महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में नियमित पठन-पाठन प्रारम्भ कर दिया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि की दृष्टि से कुशीनगर और आसपास का क्षेत्र अत्यंत समृद्ध है। यहां की भूमि उर्वरा है। पर्याप्त जल संसाधन मौजूद है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में विकास के लिए इस क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी भी मिल गई है। उन्होंने कहा कि ऐसे में यह कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय नागरिकों, अन्नदाता किसानों, औद्यानिक फसल उगाने वालों और गन्ना उपजाने वालों की समृद्धि के लिए मील का पत्थर साबित होगा। डबल इंजन सरकार की ओर से यह विश्वविद्यालय अन्नदाता किसानों के लिए उपहार है। महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय किसानों की समृद्धि का माध्यम बनेगा और नौजवानों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएगा।

इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

Related Articles

Back to top button